nature thoughts in hindi
आजकल हमारी जीवन शैली मे बहोत परिवर्तन आ चुका हैं हम नेचर से बहोत दूर हो चुके हैं
कबतक ऐसे ही जिंदगी को जीना हैं कभी मोबाइल को छोड़ कर अपने गॉव मे नेचर का
मज़ा लेकर देखना दुनिया की थकान ना मीट जाए तो कहना
कबतक ऐसे ही जिंदगी को जीना हैं कभी मोबाइल को छोड़ कर अपने गॉव मे नेचर का
मज़ा लेकर देखना दुनिया की थकान ना मीट जाए तो कहना
क्या मज़ा आता हैं तुमको अपने दिमाग़ मे बक बक करना दुनिया के बारे मे सोचना लड़कीओ के बारे मे सोचना काम के बारे मे सोचना
कभी हमारे यहाँ अगर तुम्हे नेचर के पास जाना हैं तो नेचर हमारे गॉव के पास सबसे ज्यादा हैं ना की शहर मे कभी बाइक से अपनी ego को टाइम मिले तो उतार कर गॉव मे कभी पैदल भी दोस्तों के साथ घूम लिया करो कभी देखना गॉव मे किसी पेड़ के नीचे बैठ कर सारी थकान गायब ना हो जाए तो कहना
कभी हमारे यहाँ अगर तुम्हे नेचर के पास जाना हैं तो नेचर हमारे गॉव के पास सबसे ज्यादा हैं ना की शहर मे कभी बाइक से अपनी ego को टाइम मिले तो उतार कर गॉव मे कभी पैदल भी दोस्तों के साथ घूम लिया करो कभी देखना गॉव मे किसी पेड़ के नीचे बैठ कर सारी थकान गायब ना हो जाए तो कहना
चीज़ो के पीछे भागते -भागते जीना भूल से गए हैं हम कबतक भागो गे एक दिन तो रुक जाना हैं क्या लेकर के आए थे क्या लेकर के जाना है हैप्पीनेस को खोजते खोजते हैप्पीनेस क्या होती हैं ए तो भूल ही गए कभी कही बैठ कर नेचर के पास जहाँ शांति हो बर्ड्स की आवाज सुनना दिल मे सुकून ना मिले तो कहना
दिल मे आज कुछ पाने के ख्वाहिस होती हैं कल टूट जाती हैं फिर दिल मे दर्द लिए उस ख्वाहिश को हम पूरा कर ही लेते हैं पर खुशी तो वहा भी नहीं मिलती सच कहु तो आपके लिए खुशी का क्या मतलब हैं चीज़ो के पीछे भागना या कुछ पा लेना अगर आपके खुशी का ए मतलब हैं तो आप 1 घंटे से ज्यादा खुश नहीं हो सकते
हम भी अजब से हैं ना कुछ ना मिले तो हीरे सा कीमती और कुछ मिल जाए तो माटी सा लगता हैं क्यो क्यो ऐसा क्यो होता हैं कुछ पा लिया तो और पाने की ख्वाहिश कुछ ना मिला तो मर जाने की ख्वाहिश
ऐसा क्यो हम सब फ्यूचर मे जीते हैं कोई वर्तमान मे तो जीता ही नहीं
अब आप सोचो गे हमारे पास हैं ही क्या जीने को तो ए सवाल तब करना जब तुम पूरी तरीके से शांत हो कही खुली जगह मे बैठे हो
हम भागना जानते हैं रुकना नहीं बस भागे जा रहे हैं चीज़ो के लिए इंसान के लिए पर आपने लिए भी कभी भाग लो
No comments:
Post a Comment